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आज का पंचांग और त्योहार
📅 आज का पंचांग और व्रत – 15 मई 2025 (गंगा सप्तमी विशेष)
आज गुरुवार, 15 मई 2025 को गंगा सप्तमी का पावन व्रत है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह दिन शुभ कर्म, स्नान, पूजा व दान के लिए अत्यंत उत्तम माना जाता है।
🗓️ आज का पंचांग
- तिथि: शुक्ल पक्ष सप्तमी
- वार: गुरुवार
- नक्षत्र: पूष्य
- योग: वज्र
- करण: गर
- सूर्योदय: 5:28 AM
- सूर्यास्त: 6:47 PM
🔆 शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: 11:50 AM – 12:40 PM
- गोधूलि मुहूर्त: 6:30 PM – 6:50 PM
- विवाह/गृह प्रवेश: आज कोई विशेष मुहूर्त नहीं
🚫 राहुकाल और अशुभ समय
- राहुकाल: 1:30 PM – 3:00 PM
- गुलिक काल: 9:00 AM – 10:30 AM
- यमगण्ड: 6:00 AM – 7:30 AM
🙏 आज का व्रत – गंगा सप्तमी
आज गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन माँ गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस दिन गंगाजल से स्नान, दान और पूजा करने से जीवन के पाप नष्ट होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
🛕 व्रत विधि:
- प्रातःकाल स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें
- गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें
- “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जप करें
- दान करें: जलपात्र, वस्त्र, तिल व घी
📖 व्रत कथा:
महाराज भागीरथ ने अपने पूर्वजों की मुक्ति हेतु तप किया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माँ गंगा को पृथ्वी पर उतरने की अनुमति दी। सप्तमी तिथि को माँ गंगा का धरती पर अवतरण हुआ, जिससे समस्त पाप समाप्त हो गए। इस दिन को गंगा सप्तमी कहा गया और तभी से यह व्रत परंपरागत रूप से मनाया जाता है।
👉 गंगा सप्तमी की पूरी कथा यहाँ पढ़ें
📜 आज का मंत्र / श्लोक
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥”
(श्रीमद्भगवद्गीता – अध्याय 2, श्लोक 47)
भावार्थ: केवल कर्म करने में ही तुम्हारा अधिकार है, उसके फल में नहीं। इसलिए कर्म के फल का कारण मत बनो और न ही अकर्मण्यता में आसक्त हो।
📚 अन्य व्रत कथाएँ पढ़ें
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